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वृक्षों को स्थानान्तरण के माध्यम से बचाया जायः वन मंत्री

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वृक्षों को स्थानान्तरण के माध्यम से बचाया जायः वन मंत्री

कुमार ने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया जाये जहां 400-500 वृक्षों को entire tree translocation  किया जा सके, जिससे इस प्रकिया से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके...

वृक्षों को स्थानान्तरण के माध्यम से बचाया जायः वन मंत्री

Green Update
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिर्वतन डॉ अरुण कुमार, अध्यक्ष, उप्र वन निगम की अध्यक्षता में वन निगम मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में सम्पूर्ण वृक्ष स्थानान्तरण के सम्बन्ध में बैठक हुई। बैठक में कुमार ने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया जाये जहां 400-500 वृक्षों को entire tree translocation  किया जा सके, जिससे इस प्रकिया से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। वन मंत्री द्वारा यह आदेश दिया गया कि अधिक से अधिक वृक्षों को स्थानान्तरण के माध्यम से बचाने का प्रयास किया जाय। इस कार्य में जो भी समस्त औपचारिकतायें आवश्यक हैं उसे त्वरित गति से पूर्ण किया जाय। यह भी निर्देश दिये गये कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लाटों, जिनमें 10-15 वर्ष पुराने वृक्षों को entire tree translocation  हेतु चयनित किया जाये। वन मंत्री द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि समस्त यूजर एजेन्सियों के साथ एक बैठक आयोजित कर ली जाय, जिससे उनको सम्पूर्ण वृक्ष स्थानान्तरण की प्रक्रिया के सम्बन्ध में संवेदनशील्जागरूक किया जा सके। बैठक में वृक्ष स्थानान्तरण का कार्य लगभग 14 वर्षों से कर रही एजेन्सी द्वारा entire tree translocation की विधि एवं बारीकियों के सम्बन्ध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि शासन द्वारा पूर्व में entire tree translocation  के कार्य हेतु उप्र वन निगम को नोडल एजेन्सी नामित किया गया है। अपर मुख्य सचिव द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि सर्वप्रथम entire tree translocation  के क्षेत्र में कार्य कर रही एजेन्सियों को चिन्हित कर इम्पैनल किया जाये। बैठक में उप्र वन निगम के प्रबन्ध निदेशक सुनील चैधरी एवं प्रमोद कुमार गुप्ता, नोडल अधिकारी के साथ वन निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
वन मंत्री से ब्रिटिश हाईकमिश्नर की मुलाकात
उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरूण कुमार सक्सेना से लखनऊ स्थित उनके सरकारी आवास पर भारत में ब्रिटिश हाईकमिश्नर लिंडी कैमरून ने शिष्टाचार भेंट की। इस औपचारिक मुलाकात के दौरान ब्रिटेन एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मध्य वन पर्यावरण एवं जलवायु परिर्वतन के बिन्दुओं पर आपसी सहयोग प्रदान करने पर चर्चा हुई और विकास का कामन एजेंडा तय करने पर भी विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन में हो रहे हाईटेक नर्सरी ट्रांसलाकेट ट्री तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही पेड़ों को काटने से बचाने के लिए ट्री-ट्रांसलोकेशन की उन्नत तकनीकी को प्रदेश में भी प्रयोग में लाये जाने का सुझाव दिया। इस अवसर पर वन मंत्री ने उच्चायुक्त से एक पेड़ मां के नाम अभियान तक एक वृक्ष लगाने का अनुरोध किया गया है, जिसको उन्होंने सहर्ष स्वीकार करते हुए पौधरोपण किया। लिंडी कैमरून ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक पेड़ मॉ के नाम चलाये जा रहे अभियान की सरहाना की। वन मंत्री ने प्रदेश में चल रहे वृक्षारोपण महाअभियान-2024 के तहत एक दिन में 36.50 करोड़ से अअिक पौधरोपण की सफलता बारे में उच्चायुक्त को अवगत कराया, जिसकी उन्होंने वृहद सराहना किया।
कुकरैल वन क्षेत्र में ‘‘स्मृति वन‘‘ की स्थापना
अवध वन प्रभाग, लखनऊ द्वारा कुकरैल वन क्षेत्र में ‘‘स्मृति वन‘‘ की स्थापना की र्गइ है। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारियों ने पौधारोपण किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार, माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, और विशिष्ट अतिथि मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, और एसके शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, उपस्थित रहे। ‘‘स्मृति वन‘‘ का उद्देश्य भारतीय वन सेवा के उन सभी अधिकारियों की स्मृति को जीवित रखना है जिन्होंने पिछले तीन या चार दशकों में वन एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस स्मृति वन में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए, जिनमें मौलश्री, अमलताश, हरसिंगार और सीता अशोक प्रमुख हैं। मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार ने अपने उद्बोधन में सेवानिवृत्त अधिकारियों से अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करने का अनुरोध किया ताकि वन विभाग को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में निरंतर मार्गदर्शन मिलता रहे और 36.50 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को और बेहतर बनाया जा सके। डी.एफ.ओ. लखनऊ सितान्शु पाण्डेय के निर्देशन में यह वृक्षारोपण कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। ‘‘स्मृति वन‘‘ में भविष्य में सेवानिवृत्त अधिकारी कुकरैल वन क्षेत्र में आकर ‘‘एक पेड़ माँ के नाम‘‘ अभियान के तहत पौधारोपण कर अपनी सहभागिता दर्ज करा सकते हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है।
वृक्षारोपण महाभियान के दौरान रोपित एक भी पौधा सूखना नहीं चाहिए
उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डा अरूण कुमार सक्सेना ने 20 जुलाई को रोपित हुए 36.50 करोड़ से अधिक पौधों के स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि अपर्याप्त वर्षा के कारण पौधों की सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। साथ ही रोपण स्थलों की सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया जाये। विभागीय अधिकारी रोपित क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करते रहें। सक्सेना वीडियो कांफे्रसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मुख्य वन संरक्षक व प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण महाभियान के दौरान रोपित पौधे हर हाल में जीवित रखे जाने चाहिए। यदि कोई पौधा सूखता है तो उसके स्थान पर दूसरे पौधे का रोपण कराया जाये। सड़कों के किनारे जो पौधे रोपित हुए हैं उनकी सुरक्षा और सिंचाई का नियमित प्रबंध होना चाहिए। वन मंत्री ने कहा कि अपेक्षा के अनुरूप वर्षा कम हो रही है जिसके कारण कोई भी पौधा सूखना नहीं चाहिए इसके लिए नगर निगम के पानी के टैंकरो के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये। क्योंकि हमारा प्रमुख अभियान पेड़ लगाओ के साथ साथ पेड़ बचाओ भी है। उन्होंने कहा कि 19 अगस्त तक वृक्षारोपण का अभियान चलेगा, इस दौरान अधिक से अधिक खाली भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाये। जिस प्रकार अन्य विभागों के सहयोग से एक दिन में 36.50 करोड़ पौधरोपण का कीर्तिमान बनाया गया है, उसी प्रकार इन्ही विभागों के सहयोग से पौधों को सुरक्षित भी रखना सभी की प्रमुख जिम्मेदारी है। उन्होंने बैठक के दौरान प्रत्येक जिले में रोपित पौधे एवं उनकी वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त की एवं आवश्यक निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
700plus birds rescued in Kanpur, 3 held

The Kanpur division of the Uttar Pradesh Forest Department, led by Divisional Forest Officer Divya, IFS, rescued over 700 birds – including some 90 rose-ringed parakeets, 50 plum-headed parakeets, 10 Alexandrine parakeets, 250 scaly-breasted munias, 150 Indian silverbill munias, 110 red munias, 50 tricoloured munias, and a common hill myna – from shops at Parade Bazar in Kanpur. It may be mentioned here that PETA India had sent a formal complaint to Kanpur forest officials requesting that the birds be recovered and the sellers booked. Three alleged perpetrators were arrested by the Kotwali police and booked under the relevant sections of the Wild Life (Protection) Act, 1972. Following their rescue, the surviving birds were sent for a health check, treatment, and temporary rehabilitation. They will be released in nature once their recovery is complete. In April, Kanpur forest officials had rescued Indian ring-necked parakeets that were being kept in small, dingy cages at a sugarcane juice vendor’s shop. “Birds are social beings that are born to fly in the open sky – not spend their lives lonely and miserable in cages,” says PETA India Cruelty Response Coordinator Virendra Singh. 

Stray dogs bring man beaten and buried by foes back to life

In a strange incident in Agra, a man in his mid-thirties claimed that he was attacked, strangled, and buried alive by four men over a land dispute, but was saved by a pack of stray dogs that unearthed him and saved his life. The man, Roop Kishore, recounted the ordeal he endured on July 18 in Agra’s Artoni area. He claimed he was assaulted by four men — Ankit, Gaurav, Karan, and Akash- who tried to strangle and then bury him on their farm. Thinking Kishore was dead, they left. However, soon after, some dogs foraging for food dug up the area where Kishore was buried and began biting his exposed flesh. The sharp pain caused Kishore to regain consciousness and he managed to free himself and return home. He was taken to hospital by villagers. Neeraj Sharma, the Station House Officer (SHO) of the Sikandra Police Station, confirmed that an FIR had been lodged against the four accused and a manhunt was on. 

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