सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ फायदेमंद है दही
दही डेयरी पà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ में सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पसंद किया जाने वाला खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥ है। इसमें मौजूद माइकà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤•à¥‹à¤ªà¤¿à¤• बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ और पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ शरीर में जरूरी पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ की अपूरà¥à¤¤à¤¿ करने में मददगार है। कà¥à¤› लोग सरà¥à¤¦à¥€ के मौसम में इसे खाने से परहेज करते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माना जाता है कि इसकी तासीर ठंड़ी होती है लेकिन आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दही की तासीर गरà¥à¤® होती है। ठंड़े मौसम के कारण जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोग सरà¥à¤¦à¥€-खांसी, जà¥à¤•à¤¾à¤®, पेट में दरà¥à¤¦ आदि जैसी इंफैकà¥à¤¶à¤¨ का शिकार जलà¥à¤¦à¥€ हो जाते हैं। à¤à¤¸à¥‡ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ का मजबूत होना बहà¥à¤¤ जरूरी है। अगर नाशà¥à¤¤à¥‡ में रोजाना 1 कटोरी दही का सेवन करेंगे तो फायदा मिलेगा। कà¥à¤› लोग समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि इससे परेशानी और à¤à¥€ बॠजाà¤à¤—ी जबकि अगर सही मातà¥à¤°à¤¾ ओर सही तरीके से दही खाया जाठतो सेहत दà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ रहती है। इस बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें कि रात के समय दही खाने से सेहत बिगड़ सकती है। दही के 1 कप में 8.5 गà¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ होती है जो शरीर को जरूरी अमीनो à¤à¤¸à¤¿à¤¡ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में बहà¥à¤¤ लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ है। जब बॉडी में अमीनो à¤à¤¸à¤¿à¤¡ की कमी आ जाती है तो इससे मांसपेशियां ठीक तरह से काम नहीं कर पाती। दही में कैलà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤® हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मजबूती पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है, इसके अलावा पोटेशियम और मैगà¥à¤¨à¥€à¤¶à¤¿à¤¯à¤® जैसे पोषक ततà¥à¤µ दिल को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखने और बà¥à¤²à¤¡ पà¥à¤°à¥ˆà¤¶à¤° कंटà¥à¤°à¥‹à¤² करने का कम करते हैं। इंफैकà¥à¤¶à¤¨ को दूर करने में à¤à¥€ दही के बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ फायदेमंद हैं। रोजाना à¤à¤• वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤• को 1 कटोरी दही का सेवन करना चाहिà¤à¥¤ जो लोग शारीरिक शà¥à¤°à¤® कम करते हैं उनके लिठआधा कटोरी दही परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। दही में गà¥à¤¡ बैकà¥à¤Ÿà¥€à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ होते हैं इसलिठइस बात का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें कि फà¥à¤°à¤¿à¤œ में रखे हà¥à¤ ठंड़े दही का सेवन न करे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे सेहत को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ फायदा नहीं मिलता। हमेशा सामानà¥à¤¯ तापमान पर रखा हà¥à¤† दही ही खाà¤à¤‚। इसके अलावा बाजार में खरीदा गया दही मिलावटी होता है जो सेहत को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ à¤à¥€ पहà¥à¤‚चा सकता है इसलिठहर रोज घर पर फà¥à¤°à¥‡à¤¶ दही जमाà¤à¤‚ और इसका सेवन करें।
पौधे जो रखें मचà¥à¤›à¤° दूर
बागवानी के शौकीन लोगों के लिठà¤à¤• जानकारी वाली अचà¥à¤›à¥€ खबर है। शायद आपको न पता हो कि कà¥à¤› पौधे à¤à¤¸à¥‡ हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ घर में लगाने पर वो घर की सà¥à¤‚दरता तो बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ ही हैं। साथ ही मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ से à¤à¥€ आपको दूर रखते हैं। वैसे हर कोई चाहता है कि उसके आस-पास हरियाली हो और घर à¤à¥€ फूल पौधों से à¤à¤°à¤¾ हो, लेकिन कम ही लोग होते हैं जो नियमित रूप से पौधों की देखà¤à¤¾à¤² करते हैं। आजकल तो मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ की सबसे बड़ी समसà¥à¤¯à¤¾ होती है घरों में जिनसे कई जानलेवा बीमारियां à¤à¥€ जनà¥à¤® लेती हैं। हम मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¤—ाने के लिठकई तरह के केमिकल वाले पà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤•à¥à¤Ÿ यूज करते हैं, जिनसे मचà¥à¤›à¤° à¤à¤²à¥‡ ही न à¤à¤¾à¤—ें, लेकिन हमारे सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ को जरूर नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ होता है। तो सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठहानिकारक पà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ को अलविदा कह दीजिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि अब हम आपको à¤à¤¸à¥‡ पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लगाने से घरों से मचà¥à¤›à¤° à¤à¤¾à¤—ते हैं। अचà¥à¤›à¥€ बात यह है कि ये पौधे हवा को à¤à¥€ साफ करते हैं। हॉरà¥à¤¸ मिंट- यह à¤à¤• तरह का मिंट है। इससे कसैली महक आती है। इसे घर में लगाने से मचà¥à¤›à¤° à¤à¤¾à¤—ते हैं। लेमन गà¥à¤°à¤¾à¤¸- इस पौधे से नींबू की तरह महक आती है। इस पौधे को लगाने से मचà¥à¤›à¤° घर से दूर रहते हैं। का मजा या फिर गरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में ठंडी हवा लेने के लिठअकà¥à¤¸à¤° लोग बालकनी में बैठते हैं। मगर मचà¥à¤›à¤° पूरे मजे को खराब कर देते हैं। इनसे छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने के लिठआप घर में à¤à¤¸à¥‡ पौधे लगा सकते हैं उनकी खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ पंसद ना हो। रोजमेरी- मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को घर से दूर à¤à¤—ाने के लिठरोजमेरी पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाà¤à¤‚। नीले फूलों वाला यह पौधा मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को मारने में सहायक है। मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को खà¥à¤¦ से दूर रखने के लिठआप चाहें तो रोजमेरी मॉसà¥à¤•à¤¿à¤Ÿà¥‹ रिपà¥à¤²à¥€à¤¯à¤¨à¥à¤Ÿ की 4 बूंदों को 1 चैथाई जैतून का तेल मिकà¥à¤¸ करके à¤à¥€ लगा सकते हैं। सिटà¥à¤°à¥‹à¤¨à¥‡à¤²à¤¾ गà¥à¤°à¤¾à¤¸- सिटà¥à¤°à¥‹à¤¨à¥‡à¤²à¤¾ गà¥à¤°à¤¾à¤¸ डेंगू पैदा करने वाले à¤à¤¡à¥€à¤œ à¤à¤œà¤¿à¤ªà¥à¤Ÿà¥€ मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ आपसे दूर रखने में मदद करती है। इस पौधे को घर में लगाने से मचà¥à¤›à¤° आपके आसपास à¤à¥€ नहीं à¤à¤Ÿà¤•à¥‡à¤‚गे। गेंदा- गेंदे की गंध मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ पसंद नहीं होती। अगर आप घर में गेंदे का पौधा लगाती हैं तो आपको 1 à¤à¥€ मचà¥à¤›à¤° दिखाई नहीं देगा। तà¥à¤²à¤¸à¥€- तà¥à¤²à¤¸à¥€ का पौधा à¤à¥€ मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को घर से दूर रखता है। मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को दूर रखने के लिठतà¥à¤²à¤¸à¥€ को गमले में उगाकर बालकनी में रखें। नीम- नीम के पौधे से कीड़े मकोड़े और मचà¥à¤›à¤° दूर रहते है। इसे घर के बगीचे में लगाà¤à¤‚। मचà¥à¤›à¤°à¥‹à¤‚ को दूर रखने के लिठतà¥à¤µà¤šà¤¾ पर नीम का तेल लगाà¤à¤‚।
दिखना हो जवां तो माजूफल करें इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤²
सबका सपना होता है कि वो हमेशा जवां दिखे। मगर बà¥à¤¤à¥‡ उमà¥à¤° के असर के चलते उनका ये खà¥à¤µà¤¾à¤¬ पूरा नहीं हो पाता है। मगर माजूफल नामक जड़ी बूटी के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से आप उमà¥à¤° के असर को मात दे सकते हैं। इससे डायबिटीज और पà¥à¤°à¥‡à¤—नेंसी में आने वाली दिकà¥à¤•à¤¤à¥‹à¤‚ आदि से à¤à¥€ बचा जा सकता है। माजूफल में à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट अधिक मातà¥à¤°à¤¾ में पाठजाते हैं। ये समय से पहले आने वाले बà¥à¥à¤¾à¤ªà¥‡ के लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ को कम करने में मदद करता है। इससे आपकी सà¥à¤•à¤¿à¤¨ टाइट रहती है और आप लंबे समय तक जवां दिख सकते हैं। छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को अकà¥à¤¸à¤° दसà¥à¤¤ की शिकायत रहती है। इससे छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने के लिठमाजूफल बहà¥à¤¤ उपयोगी है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसमें à¤à¤‚टी-डायरियल गà¥à¤£ पाठजाते हैं, जो पेट की सà¤à¥€ दिकà¥à¤•à¤¤à¥‹à¤‚ को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। पà¥à¤°à¤¸à¤µ के बाद शरीर को रिकवर करने के लिठमाजूफल बहà¥à¤¤ फायदेमंद साबित होता है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसमें मौजूद नà¥à¤¯à¥‚टà¥à¤°à¤¿à¤¶à¤¨à¥à¤¸ महिला की बॉडी को सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤‚ग बनाते हैं। इससे शरीर का ढीलापन à¤à¥€ खतà¥à¤® होता है। माजूफल में à¤à¤‚टीमिकà¥à¤°à¤¾à¤¬à¤¿à¤¯à¤² और à¤à¤‚टी-इंफà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‡à¤Ÿà¥à¤°à¥€ ततà¥à¤µ पाठजाते हैं। इसे काला नमक, नीम पाउडर और बबूल की छाल के साथ मिलाकर दांतों को बà¥à¤°à¤¶ करने से दांत मजबूत होते हैं। इससे मसूड़ों के संकà¥à¤°à¤®à¤£ और रकà¥à¤¤à¤¸à¥à¤°à¤¾à¤µ में राहत मिलती है। जिन लोगों को पेट की दिकà¥à¤•à¤¤ रहती है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ माजूफल के पाउडर को 1 गà¥à¤°à¤¾à¤®, अदरक पाउडर 500 मिली गà¥à¤°à¤¾à¤® और साइपरस रोटंडस को 500 मिली गà¥à¤°à¤¾à¤® गरà¥à¤® पानी के साथ दिन में दो बार पीने से लाठहोगा। इससे गैसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤• और बदहजमी नहीं होगी। माजूफल में सà¥à¤•à¤¿à¤¨ को रिंकलà¥à¤¸ फà¥à¤°à¥€ बनाने के गà¥à¤£ होते हैं। इसलिठरोजाना à¤à¤• चमà¥à¤®à¤š इसके पाउडर के सेवन या इसके मासà¥à¤• का उपयोग करने से तà¥à¤µà¤šà¤¾ की टाइटनेस बà¥à¤¤à¥€ है। इससे रंगत में à¤à¥€ निखार आता है। माजूफल में गैलिक à¤à¤¸à¤¿à¤¡ अचà¥à¤›à¥€ मातà¥à¤°à¤¾ होती है। इसलिठरोजाना इसके चाय के सेवन से डायबिटीज से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिलता है। माजूफल को à¤à¤¿à¤—ोकर उसके छिलके को बाहर करके उसके बीज को पीस लें। अब उस पेसà¥à¤Ÿ को मà¥à¤‚ह के छालों पर लगाà¤à¤‚। इससे राहत मिलेगी। माजूफल में कई à¤à¤¸à¥‡ पोषक ततà¥à¤µ होते हैं जो महिलाओं के लिठबहà¥à¤¤ फायदेमंद होते हैं। अगर पà¥à¤°à¥‡à¤—नेंसी के दौरान इसका सेवन किया जाठतो होने वाला बचà¥à¤šà¤¾ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और तेज दिमाग वाला पैदा होता है। ये पीरियडà¥à¤¸ में à¤à¥€ लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ साबित होता है। इसकी चाय पीने से मासिक धरà¥à¤® के समय होने वाला दरà¥à¤¦ कम होता है।
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