तितली है पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की शान
तितली कीट वरà¥à¤— का सामानà¥à¤¯ रूप से हर जगह पाया जानेवाला पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ है। दिन के समय जब यह à¤à¤• फूल से दूसरे फूल पर उड़ती है और मधà¥à¤ªà¤¾à¤¨ करती है तब इसके रंग-बिरंगे पंख बहà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° तथा आकरà¥à¤·à¤• दिखाई पड़ते हैं। मादा तितली अपने अणà¥à¤¡à¥‡ पतà¥à¤¤à¥€ की निचली सतह पर देती है। अणà¥à¤¡à¥‡ से कà¥à¤› दिनों बाद à¤à¤• छोटा-सा कीट निकलता है जिसे कैटरपिलर लारà¥à¤µà¤¾ कहा जाता है। यह पौधे की पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को खाकर बड़ा होता है। तितली का दिमाग बहà¥à¤¤ तेज होता है। देखने, सूंघने, सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चखने व उड़ने के अलावा जगह को पहचानने की इनमें अदà¥à¤à¥à¤¤ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ होती है। वयसà¥à¤• होने पर आमतौर पर ये उस पौधे या पेड़ के तने पर वापस आती हैं, जहाठइनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• समय बिताया होता है। तितली का जीवनकाल बहà¥à¤¤ छोटा होता है। ये ठोस à¤à¥‹à¤œà¤¨ नहीं खातीं, हालाà¤à¤•à¤¿ कà¥à¤› तितलियाठफूलों का रस पीती हैं। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे तेज उड़ने वाली तितली मोनारà¥à¤š है। यह à¤à¤• घंटे में १ॠमील की दूरी तय कर लेती है। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की सबसे बड़ी तितली जायंट बरà¥à¤¡à¤µà¤¿à¤‚ग है, जो सोलमन आईलैंडà¥à¤¸ पर पाई जाती है। इस मादा तितली के पंखों का फैलाव १२ इंच से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होता है। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के लगातार हà¥à¤°à¤¾à¤¸ और तेजी से बदलते पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•à¥€ तंतà¥à¤° के कारण आज तितली की कई पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ खतरे में हैं। तितलियों का महतà¥à¤µ कई पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गतिविधियों में जरूरी होता है। इनमें पौधों का परागण सबसे पहले आता है। तितलियां पौधों के परागण में मधà¥à¤®à¤•à¥à¤–ियों की अपेकà¥à¤·à¤¾ अधिक उपयोगी होती हैं। मधà¥à¤®à¤•à¥à¤–ियां कà¥à¤› ही पौधों पर परागण करती हैं जबकि तितलियां कई होसà¥à¤Ÿ पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट जैसे अकà¥à¤®à¤¨, रेंड, अंगूर, नींबू, नेकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट जैसे मौसमी फल, पà¥à¤‚टà¥à¤Ÿà¥‚स, à¤à¤•à¥à¤œà¥‹à¤°à¤¾, गेदा जैसे पौधों पर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होते हैं। तितलियों की आहार शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला में à¤à¥€ अहम à¤à¥‚मिका होती है। शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला में यह à¤à¤• इकाई का योगदान करती हैं। इसको मेà¥à¤• खाता है फिर मेà¥à¤• को सांप खाता है इस तरह फूड चेन चलती रहती है। अगर आप अपने गारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ में सà¥à¤‚दर तितलियों का आशियाना बसाना चाहते हैं तो उनकी आम जरूरतों का खà¥à¤¯à¤¾à¤² रखना होगा। तितलियां कीट हैं इसलिठअपने गारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ में à¤à¥‚ल कर à¤à¥€ कीटनाशक का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— न करें। इससे तितलियां मर जाà¤à¤‚गी। पौधे के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर अगर कीड़े लगे हों तो घबराà¤à¤‚ नहीं और ना ही इसे साफ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें। ये तितलियों का शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥‚प कैटरपिलर है। हाइबà¥à¤°à¤¿à¤¡ पौधों की अपेकà¥à¤·à¤¾ वाइलà¥à¤¡ पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट या फà¥à¤²à¤¾à¤µ¨à¤°à¤— पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाà¤à¤‚ इसपर तितलियां सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होती हैं। मेंटिनेंस के नाम पर बेवजह पौधों की छटाई नहीं करें। इस पर आंख से न दिखने वाली तितलियों के पà¥à¤¯à¥‚पा होते हैं। सूरज की किरणें तितलियों के लिठआवशà¥à¤¯à¤• हैं इसलिठगारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ खà¥à¤²à¥‡ में बनाà¤à¤‚ जहां सूरà¥à¤¯ की किरणें आती हों। कृतà¥à¤°à¤¿à¤® लाइट का अनावशà¥à¤¯à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने से बचें। अपने गारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ में अकà¥à¤®à¤¨, रेंड, अंगूर, नीबू जैसे होसà¥à¤Ÿ पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट लगाने से तितलियां आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होती हैं। नेकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट जैसे मौसमी फलों, पà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥‚स, à¤à¤•à¥à¤œà¥‹à¤°à¤¾, गेंदा पर à¤à¥€ तितलियां अपना विकास करती हैं। गमले में गीली मिंटà¥à¤Ÿà¥€ डालकर अपने गारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ में मडपडलिंग à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करें इसपर तितलियां अपना विकास करती हैं। à¤à¤• पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ में काटकर रसीले फल काट कर रखà¥à¤°à¥‡à¤‚। तितलियां इनसे à¤à¥€ आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होती हैं। तितलियां सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ की ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ होती हैं इसलिठगारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ को साफ रखें।
जà¥à¤—नू विलà¥à¤ªà¥à¤¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ होते जा रहे है?
खेतों में रासायनिक खाद मनà¥à¤·à¥à¤¯ के जीवन पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ तो डाल रहा है, मगर इसका नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ जीव-जंतà¥à¤“ं पर à¤à¥€ काफी गहरा पड़ रहा है। रात के अंधेरे में टिमटिमाने वाले जà¥à¤—नू अब विलà¥à¤ªà¥à¤¤à¥€à¤•à¤°à¤£ की और हैं। खेतों में लगातार हो रहे रासायनिक खाद à¤à¤µà¤‚ उरà¥à¤µà¤°à¤•à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— इसका कारण है। बà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण और घटते खेत जà¥à¤—नू के जीवन को खतà¥à¤® कर रहा है। कà¥à¤¦à¤°à¤¤ का रेडियम कहे जाने वाले जà¥à¤—नू को शायद आने वाली पीà¥à¥€ नाम से ही जान सकेगी। जà¥à¤—नू का नाम तो हम सà¤à¥€ ने सà¥à¤¨à¤¾ होगा और बचपन में काफी संखà¥à¤¯à¤¾ में यह हमारे पास टिमटिमाते थे। शायद अब आने वाले समय में हम जà¥à¤—नूओं को न देख पाà¤, खेतों में अंधाधà¥à¤‚ध हो रहे रासायनिक खाद à¤à¤µà¤‚ उरà¥à¤µà¤°à¤•à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से जà¥à¤—नू का आसà¥à¤¤à¤¿à¤µ खतरे में है। धीरे-धीरे इनकी संखà¥à¤¯à¤¾ काफी कम हो रही है। शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने जà¥à¤—नूओं के लिठविशिषà¥à¤ खतरे और à¤à¥Œà¤—ोलिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में इनकी पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿ की संवेदनशीलता को रेखांकित किया तो चैकाने वाला सच सामने आया है। वन विà¤à¤¾à¤— के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° खेतों में जो रासायनिक उरà¥à¤µà¤°à¤• à¤à¤µà¤‚ कीटनाशक का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— मौजूदा समय में हो रहा उससे जà¥à¤—नू के जीवन को बेहद खतरा है। मोबाईल टावरों से जो किरण निकलती हैं वह जà¥à¤—नू के लिठकाफी नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤¯à¤• हैं किरणे जà¥à¤—नà¥à¤“ं के रेडियम को खतà¥à¤® कर देती हैं और फिर यह मौत के काल में समा जाते हैं। शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• निरंतर बà¥à¤¤à¤¾ शहरीकरण, खेतों का खतà¥à¤® होना और पेड़ों का काटना जà¥à¤—नूओं के लिठही नहीं अनà¥à¤¯ जंतà¥à¤“ं के लिठखतरनाक है। जà¥à¤—नू को शोधकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने कà¥à¤¦à¤°à¤¤ का उड़ता रेडियम नाम दिया है। रातà¥à¤°à¤¿ के समय जà¥à¤—नू जब उड़ते हैं तो इनके रेडियम तेजी से चमकते हैं। इनके शरीर में फॉसà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ होता है जिसकी वजह से यह चकते हैं। इसके अलावा लà¥à¤¯à¥‚सिफेरेस नामक पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ से à¤à¥€ जà¥à¤—नू टिमटिमाते हैं। फॉसà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ और लà¥à¤¯à¥à¤¸à¤¿à¤«à¥‡à¤°à¤¸ की रासायनिक कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से जà¥à¤—नूओं का रंग हरा, लाल और पीला होता है। दलदलीय इलाकों में पाठजाते हैं जà¥à¤—नूजà¥à¤—नू जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° दलदलीय इलाकों में पाठजाते हैं। जà¥à¤—नू 12 वरà¥à¤· तक जिंदा रहते हैं। इनकी दो नसà¥à¤²à¥‡ होती हैं लैपरिड और कà¥à¤²à¤¿à¤• बीटल। इनकी नà¥à¤¯à¥‚नतम उमà¥à¤° à¤à¤• दिन और अधिकतम 12 वरà¥à¤· होती है। बरसात की शà¥à¤°à¥‚आत में जà¥à¤—नू पेड़ों की छाल के अंदर अंडे देते हैं अगसà¥à¤¤ और सितंबर माह में अंडो से नठजà¥à¤—नू पैदा होते हैं। पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण से घट गई पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‚षण से जà¥à¤—नà¥à¤“ं की पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ कम हà¥à¤ˆ है। धीरे-धीरे अब इनकी संखà¥à¤¯à¤¾ कम हो रही है तो पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ à¤à¥€ घट गया है। खेतों में जब यह पहà¥à¤‚चते हैं तो रासायनिक कीटों से इनकी मौत रही है। मादा जà¥à¤—नू में पंख न होने के कारण यह जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिन तक जिंदा नहीं रहती हैं।
बालों को सà¥à¤‚दर बनाà¤à¤‚ गà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल
गà¥à¥œà¤¹à¤² का फूल काफी लाà¤à¤ªà¥à¤°à¤¦ और पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• होता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसमें कई पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• ततà¥à¤µ जैसे विटामिन सी, मिनरल और à¤à¤‚टीऑकà¥à¤¸à¥€à¤¡à¥‡à¤‚ट के गà¥à¤£ पाठजाते है। इसके साथ साथ इसमें कैलà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤®, वसा फाइवर आयरन की à¤à¤°à¤ªà¥‚र मातà¥à¤°à¤¾ पाई जाती है। जो आपके सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठकाफी उपयोगी होते है। और साथ ही में बालों की समसà¥à¤¯à¤¾ से à¤à¥€ असानी से निजात पा सकते है। गà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल देखने में जितने सà¥à¤‚दर होते है उतने ही सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठरामबाण à¤à¥€ होते है। ये कई रंगों में मिलते है। जैसे सफेद,लाल, गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€, बैगनी आदि। बालों में लगाने के लिठगà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल या पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सरसों के तेल में या नारियल तेल में उबा लें। ठंडा होने के बाद इस तेल को सिर पर मालिश करें। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° आप लगातार 1 महीने तक करें à¤à¤¸à¤¾ करने से आपके बाल सà¥à¤‚दर घने होने के साथ साथ बालों को गà¥à¤°à¥‹à¤¥ मिलने लगेगी और आपके बाल तेजी से बà¥à¤¨à¥‡ लगेंगे। मेंहदी या नींबू के रस के साथ गà¥à¥œà¤¹à¤² की पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को मिलाकर à¤à¥€ आप लगा सकते है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से उपयोग करने पर आपके बालों के लिठयह पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कंडीशनर का काम करेगा। लगातार इसका उपयोग करने से बालों की रूसी तो खतà¥à¤® होगी ही साथ में बालों की सफेदी à¤à¥€ दूर करने में काफी लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होगा गà¥à¥œà¤¹à¤² की पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बना कारगारी लेप। बालों को सà¥à¤‚दर और काले करने के लिठआप गà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल के साथ अंडे का à¤à¥€ उपयोग कर सकते है। इसके लिठपहले गà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल या पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पीस लें फिर इसमें à¤à¤• अंडा मिलाà¤à¤‚। इस मिशà¥à¤°à¤£ को बालों की जड़ों तक लगाà¤à¤‚। बालों में लगाने के लिठउंगलियों का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करें। इस मिशà¥à¤°à¤£ का नियमित उपयोग करने से आपके बालों की खोई हà¥à¤ˆ चमक वापस आ जाà¤à¤—ी। बालों को काले घने और लंबा करने के लिठगà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल या उसकी पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को साथ आंवले को पीस ले और उसका लेप तैयार कर अपने बालों की जड़ों पर लगाà¤à¤‚। इससे आपके बाल गिरने बंद हो जाà¤à¤—ें साथ ही आपके बाल घने और चमकदार दिखने लगेगें। बालों को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ बनाठरखने के लिठतेल का सबसे बड़ा महतà¥à¤µ होता है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तेल ही बालों की मजबूती को बनाये रख सकते है। इसके लिठजैतून, नारियल या सरसों के तेल में आप ताजे गà¥à¥œà¤¹à¤² के फूल या पतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के रस को मिला कर लगाà¤à¤‚।
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